दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन से चक्रधरपुर मंडल के कर्मचारियों का मार्च में ओवरटाइम, यात्रा, रात्रि ड्यूटी और किलोमीटर भत्ता समेत सीटीजी भुगतान पर रोक लगाने का आदेश आया है। इससे चक्रधरपुर मंडल में लोको पायलट और गार्ड समेत 14 हजार से ज्यादा रेल कर्मचारियों को आर्थिक नुकसान होगा। भत्ता रोकने की सूचना पर चक्रधरपुर मंडल मेंस कांग्रेस के संयोजक शशि मिश्रा ने गुरुवार को वरिष्ठ कार्मिक अफसर एके महापात्रा से मिलकर विरोध जताया। मिश्रा ने कहा कि भत्ता मद में फंड उपलब्ध है तो रोकना गलत है। मिश्रा ने कहा कि 31 मार्च को फंड लैप्स हो जाएगा और कर्मचारियों का बकाया बढ़ता रहेगा। भत्ता रोकने पर रेलवे जोन का निर्णय गलत है, क्योंकि जोन के अधिकारी चक्रधरपुर रेल मंडल की भौगोलिक स्थिति से अवगत नहीं है कि कर्मचारी किस तरह अभाव के बीच अपने कार्य का निष्पादन करते हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे जोन के प्राचार्य वित्त सलाहकार ने भत्ता रोकने का पत्र जारी किया है। इसका विरोध होगा, क्योंकि रेलवे बोर्ड के लक्ष्य से ज्यादा माल ढुलाई करने वाले चक्रधरपुर मंडल में रनिंग कर्मचारियों से बीच ऑफ रेस्ट (छुट्टी के बीच काम का भत्ता) का भुगतान अब तक नहीं किया गया है। मेंस के जोनल महामंत्री को पूरे मामले की सूचना दी गई है, ताकि गार्डेनरीच में रेल जीएम व अन्य पदाधिकारियों से मिलकर आदेश को रुकवाने का प्रयास करें, अन्यथा चक्रधरपुर मंडल के रेलकर्मी आंदोलन को बाध्य होंगे।