ट्रेनों में पानी की भरने की प्रक्रिया परिवर्तन होने जा रहा है। अब मुरादाबाद में चार मिनट में कोच में पानी भरा जा सकेगा। इसके लिए स्टेशन पर जलापूर्ति वाले पंप और पाइन की क्षमता का विस्तार होगा। रेल प्रबंधन ने देश भर में इस तरह के प्रयास शुरू किए है। बरेली स्टेशन पर यह सर्विस शुरू हो गई है। इससे लंबी दूरी की ट्रेनों में पानी की किल्लत दूर हो सकेगी।

सूत्रों का कहना है कि हर कोच की टंकी में चार सौ लीटर पानी भरा जाता है। इस समय की सर्विस में एक मिनट में पचास लीटर पानी भरा जाता है। लेकिन नई प्रणाली के काम करने के बाद एक मिनट में सौ लीटर पानी की आपूर्ति हो सकेगा। मुरादाबाद स्टेशन पर सोलह सौ कोच में पानी भरने का टारगेट है। जबकि बरेली में तीन सौ कोच में पानी भरा जाता है। रेल प्रबंधन स्टेशन पर काम करने वाले पंप और प्रेशर पाइप की क्षमता बढ़ा कर यह टारगेट पूरा करने वाला है। रेलवे के नियम के आधार पर दो सौ किमी के फासले पर ट्रेनों में पानी की आपूर्ति होती है।

लखनऊ दिशा की ट्रेनों में हर दिन हंगामा

गर्मी के दिनों में पानी की खपत अधिक होने की वजह से मंडल में पानी की कमी को लेकर हंगामा आम बात है। लखनऊ दिशा की ट्रेनों में इसकी सबसे अधिक शिकायत है। पानी को लेकर हर दिन रेल प्रबंधन को किरकिरी झेनली पड़ रही है।

रेलवे में सुरक्षित सफर और यात्री सेवा पर खास काम हो रहा है। इस साल में इन दोनों मुद्दों पर काम हो रहा है। बरेली में यह सेवा शुरू हो चुकी है। मुरादाबाद में यह काम होना है। इसके लिए ट्रेनों में पानी भरने वाली प्रणाली अपडेट की जा रही है। पंप और प्रेशर मशीनों की क्षमता दो गुनी की जागएी।

तरुण कुमार, डीआरएम