कारपोरेट घरानों के हाथों रेल को बेच रही केंद्र सरकार : सीटू

धनबाद स्टेशन परिसर में शुक्रवार को सीटू ने रेलवे के निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने हाथ में बैनर पोस्टर लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए। आरोप लगाया कि केंद्र सरकार भारतीय रेल को कारपोरेट घरानों के हाथों बेच रही है।

वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार निजीकरण मुहिम चला रही है। तकरीबन 109 से अधिक पैसेंजर रेलगाड़ियों को निजी हाथों में सौंपने की यौजना है। सरकार द्वारा पहले से ही माल के भाड़े में समर्पित रूप में कार्य, बिजली कार्य, सिगनल कार्य और रोलिंग स्टॉक के निर्माण और मरम्मत कार्य में 100 फीसदी विदेशी पूंजी को हरी झंडी दी जा चुकी है। रेलवे का निजीकरण सिर्फ रेलवे में कार्यरत कर्मचारियों के विषय से संबंधित नहीं है, बल्कि यह पूरे देश के लिए एक गंभीर विषय है। देश को बेचकर कैसे आत्मनिर्भर बनेंगे। मानस चटर्जी, भारत भूषण, असीम हालदार, शिवबालक पासवान, रामकृष्णा पासवान आदि ने संबोधित किया। शंकरी देव, पुनिता देवी, संयुक्ता गोस्वामी, पुष्पा कुमारी, बबिता आशिष मीरा सिंह, सपन मांजी, सत्यनारायण कुमार, संदीप अईच, अरिंदम विश्वास, एचके मिश्रा, लीलामय गोस्वामी, अलगु प्रसाद, गोपाल पाल, सुभम बनर्जी, आरपी महतो, क्षितिज ग्याली, सुरेश पासवान तथा कई अन्य साथी शामिल थे।

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