मौत का स्टंट: ट्रेन के एकदम करीब आने पर पुल से नदी में छलांग लगाने वाले बच्चों का वीडियो वायरल

बिहार के रक्सौल-नरकटियागंज रेलखंड पर ट्रेन के आने पर रेल पुल से नदी में छलांग लगाते बच्चों व युवकों का वीडियो मंगलवार को वायरल हुआ। इससे रेल प्रशासन समेत लोग सकते में आ गए हैं।

वीडियो में डेढ़ दर्जन बच्चे- युवक मर्जदवा रेलवे स्टेशन के पश्चिम भेड़िहारी गांव से सटे करताहा नदी पर बने रेल पुल संख्या 80 से नदी में छलांग लगाते दिख रहे हैं। वह भी तब जब एक मालगाड़ी उनके समीप पहंुच रही है। ट्रेन दुर्घटना या नदी में डूबने का हादसा दोनों ही स्थिति में यह दिल दहला देने वाला स्टंड था। वीडियो वायरल होने के बाद आरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट एनके राय, आरपीएफ इंस्पेक्टर राजकुमार व पुरुषोत्तमपुर थानाध्यक्ष कैलाश कुमार ने घटनास्थल का जायजा लिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि संयुक्त रूप से मामले की छानबीन की जा रही है। बच्चों व युवकों की पहचान की जा रही है। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।

जानकारी के अनुसार यह वीडियो सोमवार सुबह का बताया जा रहा है। रक्सौल-नरकटियागंज रेलखंड पर मालगाड़ी आ रही है। भेड़िहरवा के समीप करताहा नदी पर बने रेल पुल पर बच्चे व युवक खड़े हैं। जैसे-जैसे ट्रेन करीब आती है, युवक व बच्चे नदी में छलांग लगाते हैं। वीडियो में लोगों की भीड़ भी दिख रही है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद रेलवे व प्रशासन में हड़कंप है।

सतर्कता हटी दुर्घटना घटी, यह बात बच्चों व युवकों को बतानी चाहिए थी। इस तरह बच्चे-युवकों का अर्द्धनग्न स्थिति में खड़े होकर वीरता प्रदर्शित करना कहीं से अच्छी बात नहीं है। समाज के बुद्धिजीवियों को आगे आकर उन्हें समझाना चाहिए। इस तरह की हरकत से उनकी जान भी जा सकती थी।
- विजय कुमार प्रसाद, समाजशास्त्री

बाल मनोविज्ञान यह स्पष्ट करता है कि खेल ही जीवन है। बच्चे अनहोनी वाली चीजों को भी आसानी से लेते हैं। उन्हें जान का भय नहीं होता है। वे ट्रेन के आगे से कूदने को स्टंट नहीं बल्कि खेल मान रहे होंगे। यह भी सोच रहे होंगे कि ट्रेन को रास्ता दे रहे हैं। ट्रेन के चले जाने पर वे दोबारा उसी जगह पर जाकर खड़े हो जाते होंगे। लेकिन यह खतरनाक है, यह बात उन्हें बतानी होगी। अभिभावक व समाज के लोग उन्हें जागरूक करें।
- प्रो. डॉ. प्रभा पांडे, मनोचिकित्सक

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