केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि भारत ने अक्षय ऊर्जा ( Renewable Energy) क्षेत्र में जो कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अंतरराष्ट्रीय सौर ग्रिड में बदलाव लाने की दिशा में काम कर रही है।

उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय रेलवे अगले साढ़े तीन वर्षों में 100 प्रतिशत विद्युतीकरण की ओर अग्रसर होगी। गोयल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि पीएम ने 'वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड' को बढ़ावा दिया है। भारत अंतर्राष्ट्रीय नवीकरणीय समुदाय में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। अंतरराष्ट्रीय सौर ग्रिड में संक्रमण कुछ ऐसा है जिस पर हम सभी काम कर रहे हैं। पीएम-कुसुम योजना के साथ हम किसानों को भी अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में ला रहे हैं।

रेलवे अगले 3.5 वर्षों में 100% विद्युतीकरण और अगले 9-10 साल में 100% नेट ज़ीरो ऑपरेटर कर देगी। 2030 तक, हम में से प्रत्येक एक गर्वित नागरिक होगा, जिसके यहां दुनिया के पहले बड़ा ‘स्वच्छ रेलवे’ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले सप्ताह मध्य प्रदेश के रीवा में एशिया के सबसे बड़े सौर संयंत्र का उद्घाटन किया था।

प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 750 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि यह न केवल राज्य को बल्कि पूरे विश्व को स्वच्छ पर्यावरण के लिए एक सुरक्षित नींव के रूप में मदद करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा। “सौर ऊर्जा आज ही नहीं बल्कि 21 वीं सदी में भी ऊर्जा का एक प्रमुख माध्यम बनने जा रही है। क्योंकि सौर ऊर्जा सुनिश्चित, शुद्ध और सुरक्षित है। ”

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